आचार्य बालकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया गया है

बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया गया है।यह तो होना ही था आखिर उत्तरांचल में कांग्रेस की सरकार जो बन गई हैं


एक वर्ष लगा कांग्रेस और सीबीआई को आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ  केस तैयार करने में.अब  देखिये हुआ किया /
सीबीआई ने कहा संस्कृत विश्वविधालय को की हम आपका विध्यालय बंद करवा देंगे और आप कुछ नहीं कर सकते,इतने पर ही रेगिस्त्रार और प्रिंसिपल परेशान हो गए और उन्होंने आचार्य जी के नाम पर किसी और का नाम एंट्री करवा दिया.
जिस समय आचार्य बालकृष्ण वहा पर पढते थे उस वक़्त के प्रिंसिपल पर भी जोर  दिया की गवाही आचार्य जी के खिलाफ हो.
इन सब चीजों के बाद ही यह वारंट निकला.

बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह तो होना ही था आखिर उत्तरांचल में कांग्रेस की सरकार जो बन गई हैं
अब इनको सब कुछ झूठा जालसाज़ नज़र आयेगा ..क्यूँ की यह काले धन, भ्रस्टाचार पर जो अपना इतना बड़ा सा मुह खोलते है किसने कहाँ है इनको यह सब करने के लिए अपनी दवाई बेचों शांति से , एक बाबा रामदेव है यह नहीं की सिर्फ योग कराएँ लोगो क्या ज़रूरत है

आन्दोलन करने की लोगो को जगाने की .. यह दोनों यह भूल गए 'की जगाया उसे जाता है जो सोया हो ,अरे पागलों जो सोने का नाटक कर रहा हो उसे भाई राजीव दीक्षित ,बाबा रामदेव , आचार्य बालकृष्ण ,अन्ना हजारे तो क्या स्वयं भगवन भी नहीं जगा सकता है यह भारत की जनता हैं

सिकंदर के हमले के बाद चाणक्य ने जगाया था,तब चन्द्रगुप्त की सुरक्षा में और आचार्य चाणक्य के मार्ग दर्शन में फिर चन्द्र गुप्त की आने वाली कुछ पीढ़ियों तक जीवत रहें पर उसके बाद से आज तक सो ही रहें है बीच बीच में कभी कोई जगा देता है थोड़े समय के लिए उसके बाद फिर सो जाती है .. जो समाज साढ़े तीन लाख क्रांतिकारियों की शहादत के बाद भी नहीं जगता मेरी नज़र में उस समाज को सोया हुआ नहीं ,और न ही पंगु कहा जायेगा ,बल्कि उस समाज की आने वाली पीढियां कहेंगी की हमारी पिछली पीढ़ियों की नपुंसकता के कारण हमे आज यह दिन देखने पढ़ रहें हैं ..जी हाँ हमारा समाज नपुंसकता की और बह चूका है अगर अप खुद को इस समाज का अंग नहीं बनने देना चाहते तो...

आज ही अपनी आवाज़ उठाये भ्रष्ट सरकार ,भ्रष्ट नीतियों ,आये दिन होने वाले घोटालो ,आतंकवादी घटनाएँ ,कालाधन वापस लाने के लिए ,सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन के लिए .
 Acharya Agnivrat
From Aryavrat

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